बारनवापारा वन्यजीव अभयारण्य में सफारी गाइडों हेतु स्टोरी टेलिंग कार्यशाला का आयोजन.......दो दिवसीय प्रशिक्षण में गइड़ो ने सीखा संवाद कौशल एवं स्टोरी टेलिंग के तकनीक.........

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बलौदाबाजार। वनमण्डलाधिकारी   गणवीर धम्मशील के निर्देशानुसार एवं अधीक्षक बारनवापारा अभयारण्य  कृषानू चन्द्राकार के नेतृत्व में बारनवापारा वन्यजीव अभयारण्य में सफारी गाइडों के लिए स्टोरीटेलिंग (कहानी कहने की कला) विषय पर  16 एवं 17 दिसम्बर 2025 को दो दिवसीय विशेष कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का उद्देश्य पर्यटकों के अनुभव को और अधिक रोचक, ज्ञानवर्धक एवं यादगार बनाना रहा।


कार्यशाला में विशेषज्ञ प्रशिक्षक  संजय कुमार पयासी ने सफारी गाइडों को कहानी कहने की तकनीक, संवाद कौशल, पर्यटकों से प्रभावी संवाद स्थापित करने के तरीके तथा सफारी के दौरान जीव-जंतुओं और उनके प्राकृतिक व्यवहार को रोचक कथाओं के माध्यम से प्रस्तुत करने की जानकारी दी। साथ ही वन्यजीव संरक्षण से जुड़े संदेशों को सरल भाषा में पर्यटकों तक पहुँचाने पर विशेष जोर दिया।

कार्यशाला में बारनवापारा अभयारण्य के कई अनुभवी एवं नव-नियुक्त सफारी गाइडों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। प्रतिभागी गाइडों ने इस पहल की सराहना करते हुए बताया कि इससे उन्हें पर्यटकों से अधिक प्रभावी और आत्मीय संवाद स्थापित करने में सहायता मिलेगी।


इस कार्यशाला को लेकर वनमण्डलाधिकारी ने कहा कि ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रम सफारी गाइडों को और अधिक दक्ष बनाते हैं तथा पर्यटकों को अभयारण्य की जैवविविधता और संरक्षण प्रयासों से जोड़ने में सहायक सिद्ध होते हैं। उन्होंने भविष्य में भी इस प्रकार की कार्यशालाओं को निरंतर आयोजित किए जाने की आवश्यकता पर बल दिया।

इस प्रकार की कार्यशालाओं से सफारी गाइडों की संवाद क्षमता और प्रस्तुति कौशल में वृद्धि होती है, जिससे पर्यटकों को अभयारण्य की जैवविविधता, वन्यजीवों के व्यवहार और संरक्षण प्रयासों की बेहतर समझ प्राप्त होती है। इससे न केवल पर्यटकों का अनुभव समृद्ध होता है बल्कि वन्यजीव संरक्षण के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण भी विकसित होता है और इको-टूरिज्म को बढ़ावा मिलता है।

कार्यक्रम के दौरान वन परिक्षेत्र अधिकारी बारनवापारा गोपाल प्रसाद वर्मा, प्रशिक्षु वन क्षेत्रपाल सुश्री कविता ठाकुर, सुगम निषाद सहित अन्य वनकर्मी उपस्थित रहे।